× SanatanShakti.in About Us Home Founder Religion Education Health Contact Us Privacy Policy
indianStates.in

श्री सत्यनारायण व्रत कथा - तुलसी ग्रहण - सहस्रार्चन

Shri Satyanarayan Vrat Katha - Tulsi Eclipse - Sahasrarchan

विष्णु का ध्यान - पंचदेव पूजन विधि * विष्णुस्मरण * श्री विष्णु सहस्र नाम स्तोत्रम् * कृष्ण जन्माष्टमी * श्री राधाष्टमी * श्री राधाष्टकम * मधुराष्टकम् * युगलाष्टकम् * गोपाल सहस्त्रनाम पाठ * एकादशी * सम्पूर्ण एकादशी व्रत सूची * भगवान विष्णु के 108 नाम * ओम जय जगदीश हरे आरती * तुलसी विवाह व्रत * भीष्मपञ्चक व्रत * क्या एकादशी को तुलसी में जल देना चाहिए? * विष्णु के पूजन में चढ़ने वाले और न चढ़ने वाले पत्र-पुष्प * श्री विष्णु शत नामावलि (विष्णु पुराण) * विष्णुरूपा गायत्री का ध्यान * अनंत चतुर्दशी * दशावतार व्रत * सप्तश्लोकी गीता हिंदी अर्थ सहित * महाद्वादशी व्रत * हरि वासर और दूजी एकादशी क्या होता है? * विष्णु पुराण * पद्म पुराण * पापमोचिनी एकादशी * कामदा एकादशी * वरुथिनी एकादशी * मोहिनी एकादशी * अपरा एकादशी * निर्जला एकादशी * योगिनी एकादशी * देवशयनी एकादशी * कामिका एकादशी * पुत्रदा पवित्रा एकादशी * अजा अन्नदा एकादशी * इंदिरा एकादशी * पापांकुशा एकादशी * रमा एकादशी * देवउठनी एकादशी या देव प्रबोधिनी एकादशी * उत्पन्ना एकादशी * मोक्षदा एकादशी * सफला एकादशी * पुत्रदा एकादशी * षटतिला एकादशी * जया एकादशी * विजया एकादशी * आमलकी एकादशी * परम एकादशी * पद्मिनी कमला एकादशी * त्रिस्पृशा एकादशी * मत्स्य द्वादशी व्रत - व्यञ्जनद्वादशी व्रत * बृहस्पतिवार व्रतकथा व्रत माहात्म्य, व्रतविधि * बृहस्पति देव की आरती * श्री सत्यनारायण व्रत कथा * श्री सत्यनारायण व्रत कथा
 
Satyanarayan-Vrat-Katha

श्री सत्यनारायण व्रत कथा एवं पूजन विधि

  श्री सत्यनारायण पूजन विधि श्री सत्यनारायण व्रत कथा - कलश, षोडशमातृका एवं नवग्रह पूजन  
  श्री सत्यनारायण व्रत कथा - श्री शालिग्राम पूजन श्री सत्यनारायण व्रत कथा - प्रथम अध्याय  
  श्री सत्यनारायण व्रत कथा - दूसरा अध्याय श्री सत्यनारायण व्रत कथा - तीसरा अध्याय  
  श्री सत्यनारायण व्रत कथा - चौथा अध्याय श्री सत्यनारायण व्रत कथा - पंचम अध्याय  
  श्री सत्यनारायण व्रत कथा - हवन श्री सत्यनारायण व्रत कथा - आरती  
  श्री सत्यनारायण व्रत कथा - मंत्र पुष्पांजलि श्री सत्यनारायण व्रत कथा - विसर्जन  
  श्री सत्यनारायण व्रत कथा - प्रसाद ग्रहण श्री सत्यनारायण व्रत कथा - तुलसी ग्रहण - सहस्रार्चन  

श्री सत्यनारायण व्रत कथा - तुलसी ग्रहण - सहस्रार्चन

तुलसीग्रहण -

(तदनन्तर भगवान् श्रीसत्यनारायण को अर्पित किया हुआ तुलसी दल ग्रहण करें)

पूजनानन्तरं विष्णोरर्पितं तुलसीदलम्।
भक्षयेदेहशुद्धचर्थ चान्द्रायणशताधिकम् ।।

तुलसी ग्रहण करने के पश्चात् भोग लगाये गये नैवेद्य को प्रसादरूप में भक्तों में बांटकर स्वयं भी ग्रहण करें। श्रीसत्यनारायणव्रत का प्रसाद अवश्य ग्रहण करना चाहिये।

सहस्रार्चन

(एक हजार नामों से सत्यनारायण भगवान् का दिव्य पूजन)
कथा श्रवण करने से पहले एक हजार (१०००) नामों से तुलसीपत्र के द्वारा सत्यनारायण भगवान् की दिव्य अर्चना करने का विधान है।

***********

www.indianstates.in