श्री सत्यनारायण व्रत कथा - विसर्जन
Shri Satyanarayan Vrat Katha - Immersion

श्री सत्यनारायण व्रत कथा एवं पूजन विधि
श्री सत्यनारायण व्रत कथा - विसर्जन
विसर्जन
शालग्राम तथा घर में सभी प्रतिष्ठित देवों को छोड़कर सभी आवाहित देवताओं तथा अग्नि का निम्न मन्त्रों का पाठ करते हुए अक्षत छोड़कर विसर्जन करें -
यान्तु देवगणाः सर्वे पूजामादाय मामिकाम् ।
इष्टकामसमृद्धचर्थ पुनरागमनाय च ॥
गच्छ गच्छ सुरश्रेष्ठ स्वस्थाने परमेश्वर।
यत्र ब्रह्मादयो देवास्तत्र गच्छ हुताशन ॥
प्रमादात् कुर्वतां कर्म प्रच्यवेताध्वरेषु यत्।
प्रमादात् कुर्वतां कर्म प्रच्यवेताध्वरेषु यत्।
स्मरणादेव तद्विष्णोः सम्पूर्ण स्यादिति श्रुतिः ॥
यस्य स्मृत्या च नामोक्त्या तपोपूजाक्रियादिषु।
न्यूनं सम्पूर्णतां याति सद्यो वन्दे तमच्युतम् ॥
ॐ विष्णवे नमः, ॐ विष्णवे नमः, ॐ विष्णवे नमः।
कहकर दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम करें।